पश्चिमी सिंहभूम, 6 सितंबर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने शनिवार को रेलवे, राज्य सरकार और पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन पर निशाना साधा है। उन्होंने भ्रष्टाचार के कारण विकास योजनाओं के प्रभावित होने का आरोप भी लगाया।
मधु कोड़ा ने शनिवार को कहा कि इस जिले की सड़कें काफी जर्जर हो चुकी हैं, विकास कार्य अधर में लटके हैं और रेलवे की लेट लतीफ सेवाओं से यहां के यात्रियों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने चक्रधरपुर रेल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) और कोलकाता मुख्यालय के महाप्रबंधक (जीएम) को निलंबित करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि इन अधिकारियों की लापरवाही और मिलीभगत के कारण ट्रेनों का संचालन समय पर नहीं हो रहा है। इससे यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
मधु कोड़ा ने कहा कि छात्र परीक्षा से चूक रहे हैं, मरीज समय से अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं और नौकरीपेशा लोग समय पर कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं और रेलवे प्रशासन जनता की परेशानियों से बेखबर बना हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रेलवे सेवाओं में जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे रेल मंत्री को पत्र लिखेंगे। जरूरत पड़ने पर जनता को साथ लेकर आंदोलन भी करेंगे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि चाईबासा सहित जिले के विभिन्न प्रखंडों की सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। बरसात के मौसम में कीचड़ और गर्मी में धूल भरे रास्तों से ग्रामीणों की जिंदगी बेहाल हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कई सड़क परियोजनाएं वर्षों से अधूरी हैं और भ्रष्टाचार के कारण उनका काम समय पर पूरा नहीं हो पा रहा है। इसके चलते सड़क हादसे भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
मधु कोड़ा ने जिले की स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को भी लचर बताया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल रही है। गरीब और आदिवासी समुदाय के बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों की योजनाएं केवल कागजों पर रह गई हैं। जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। उन्होंने तत्काल सुधार न होने पर जनता के साथ मिलकर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी।-
