बरेली, 17 सितंबर । उत्तर प्रदेश के बरेली मंडल के वाहन स्वामियों को बड़ी राहत देते हुए परिवहन विभाग ने 2017 से 2021 तक के सभी ई-चालानों को समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस फैसले से बरेली मंडल के 32,737 वाहन स्वामियों को फायदा होगा। परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह के आदेश पर आरटीओ कार्यालय ने पोर्टल पर लंबित चालानों को निरस्त करने की कार्रवाई तेज कर दी है।
आंकड़ों के मुताबिक 2017 से 2021 तक बरेली जिले में सर्वाधिक 58,140 चालान किए गए थे। इनमें से 31,509 का निस्तारण हो चुका है, जबकि 26,631 चालान अब भी लंबित हैं। बदायूं में कुल 20,361 चालान हुए, जिनमें से 15,549 निपटा दिए गए और 4,812 अभी बाकी हैं। इसी तरह शाहजहांपुर में 48,922 चालान हुए, जिनमें 47,075 निस्तारित हो चुके और 847 लंबित हैं। पीलीभीत जिले में सबसे कम 17,094 चालान हुए, जिनमें से 16,647 का निस्तारण कर दिया गया और केवल 447 लंबित बचे हैं।
आरटीओ प्रशासन का कहना है कि जिन चालानों पर अदालत में कार्रवाई लंबित है या टैक्स रिकवरी से जुड़े मामले हैं, उन पर यह राहत लागू नहीं होगी। साथ ही, गंभीर दुर्घटनाओं, आईपीसी से जुड़े प्रकरण या शराब पीकर वाहन चलाने जैसे मामलों में दर्ज चालान भी इस आदेश से बाहर रहेंगे।
आरटीओ प्रशासन पंकज कुमार ने बताया कि शासन के आदेश के बाद लंबित चालानों को स्वतः समाप्त किया जा रहा है। इससे वाहन स्वामियों को फिटनेस, परमिट, वाहन ट्रांसफर और हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जैसी सेवाओं में अब कोई बाधा नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर पोर्टल पर चालानों की स्थिति अपडेट कर दी जाएगी और वाहन स्वामी आसानी से अपनी गाड़ी का चालान स्टेटस देख सकेंगे।
इस फैसले से मंडल के हजारों वाहन स्वामियों को वर्षों से लंबित चालानों के बोझ से बड़ी राहत मिलेगी।
