👉 पिछडी जाति के उपेंन्द्र कुमार ने अनुसूचित जन जाति का प्रमाण पत्र बनवा कर हथिया ली हैं सरकारी नौकरी
👉 शिकायत बाद जनपद मऊ के तहसील मधुबन से तलब हुई हैं जाँच आंख्या
मऊ /आजमगढ़। उपेंद्र कुमार जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ ने सरकारी नौकरी के लिए दो बार फर्जी अनुसूचित जन जाति का अपना प्रमाण पत्र बनवाया हैं। उपनेंद्र कुमार द्वारा पहला अपराध वर्ष 2005 मे तों दूसरी बार वर्ष 2014मे किया गया हैं। 2014 की सर्टिफिकेट के आधार पर इनकी नौकरी बताई जा रही हैं।
विभागीय सूत्रों के अनुसार जिला विद्यालय निरीक्षक उपेंद्र कुमार जनपद मऊ के तहसील मधुबन के ग्राम हैबतपुर ताल खदरा के निवासी हैं। इनके पिता का नाम राम अवध हैं। इन्होने तहसील मधुबन से दो बार राजस्व कर्मचारियों को पटा कर अनुसूचित जन जाति का प्रमाण पत्र बनवाया हैं।
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उपेंद्र कुमार गोड़ विरादरी मे आते हैं जिनकी उप जाति कहार है जो पिछड़ी जाति को मिले आरक्षण के हकदार हैं। उपेंद्र कुमार ने अपना पहला फर्जी जाति प्रमाण पत्र 16/7/2005 को बनवाया हैं तों दूसरा 6/3/2014 को। सूत्रों पर यकीन करें तों उपेंद्र के कई रिश्तेदार भी ऐसी ही फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर सरकारी नौकरी हथिया रखी हैं।
इनके खिलाफ पड़ी शिकायत भी दो बार हुई हैं, जिला समाज कल्याण अधिकारी के द्वारा जाँच के लिए तहसीलदार मधुबन से जांच आंख्या मांगी गईं हैं। उधर ज़ब जिला बिद्यालय निरीक्षकर से उनकी इस पद पर प्रथम तैनाती को लेकर सवाल किया गया तों उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया।
डीआईओएस के कई रिस्तेदार भी हथियाये हैं ऐसे ही नौकरी
सूत्रों पर यदि यकीन करें तों जिला विद्यालय निरीक्षक आजमगढ़ के कई रिस्तेदार भी फर्जी जाति प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे हैं। इनके करीबियों मे भी और के सरकारी नौकरी हथियाने के पुख्ता लेकिन आंशिक प्रमाण फर्स्ट इनफार्मेशन के पास हैं।
