बांसवाड़ा, 25 सितंबर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परमाणु बिजलीघर के शिलान्यास और आमसभा में शामिल होने के लिए गुरुवार को बांसवाड़ा में हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। सुबह से ही सभा स्थल पर लोगों का आना शुरू हो गया था, और हर कोई “मोदी है तो मुमकिन है” और “जय श्री राम” के नारे लगा रहा था। प्रधानमंत्री के प्रति लोगों की दीवानगी इस कदर थी कि कई लोग उन्हें रामावतार और भगवान का अवतार बताते दिखे।
15 किलोमीटर लंबा काफिला: मोदी की एक झलक पाने की दीवानगी
यह जनसैलाब सिर्फ बांसवाड़ा तक ही सीमित नहीं था, बल्कि डूंगरपुर, उदयपुर, सलूंबर और आसपास के अन्य जिलों से भी लोग भारी संख्या में पहुंचे थे। सभा स्थल और उसके आसपास जहां तक नजर जा रही थी, सिर्फ लोगों की भीड़ दिखाई दे रही थी। प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए लोग सुबह से ही निकल पड़े थे, जिससे बांसवाड़ा से नापला तक करीब 15-16 किलोमीटर लंबा गाड़ियों का काफिला बन गया। गाड़ियों के अलावा, हजारों लोग पैदल चलकर भी सभा स्थल तक पहुंचे।
आदिवासी वेशभूषा और लोकगीत: सांस्कृतिक रंग में रंगी सभा
सभा स्थल पर लोग ढोल-नगाड़ों पर नाचते-गाते नजर आए, जबकि सैकड़ों लोग पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में वागड़ी गीत गाते हुए पहुंचे। यह दृश्य स्थानीय संस्कृति और उत्साह का अद्भुत मेल था। इस दौरान स्थानीय नेताओं ने भी लोगों का उत्साह बढ़ाया।
प्रशासन ने इस विशाल भीड़ को संभालने के लिए पुख्ता इंतजाम किए थे। भारी संख्या में तैनात पुलिस और प्रशासनिक अमले ने पूरी व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया, जिससे कहीं भी कोई अव्यवस्था नहीं हुई। लोगों की आँखों में प्रधानमंत्री को देखने की चमक साफ झलक रही थी, और उनकी जुबान पर सिर्फ एक ही नाम था: “नरेंद्र मोदी”। लोगों ने परमाणु बिजलीघर की सौगात मिलने पर गर्व महसूस किया और कहा कि यह परियोजना बांसवाड़ा के विकास को एक नई दिशा देगी।
