लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में बीते दिनाें हुई रेनू यादव की हत्या का खुलासा पुलिस ने सोमवार को कर दिया है। आनलाइन गेमिंग और बेटिंग के कर्ज में डूबे बेटे ने पेचकस से मां की हत्या के बाद जेवर चुराए थे।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण निपुण अग्रवाल ने पत्रकाराें काे बताया कि बाबूखेड़ा गांव में रहने वाली रेनू यादव (45) का शव 3 अक्टूबर को संदिग्ध हालत में घर पर पड़ा था। उसी दिन ही मायके से वह अपने घर आयी थी। पति रमेश की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम भेजकर जांच शुरू कर दी। छानबीन और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच पड़ताल की।
तमाम साक्ष्य एकत्र करने के बाद पुलिस ने साेमवार काे रेनू के बेटे निखिल यादव उर्फ गोलू को फतेहपुर से गिरफ्तार किया है। सख्ती से पूछताछ पर निखिल ने बताया कि वह एक आनलाइन गेम में सट्टा लगाता था। उसमें अधिक पैसे हारने के बाद कई अलग—अलग ऐप से आनलाइन लोन भी लिए। लोन का किश्त समय से पूरा नहीं कर पा रहा था। इसलिए मां के जेवर चुराकर बेचा और उस पैसे से लोन काे चुकाया। तीन अक्टूबर को जब मैं मामा के घर से आया तो अलमारी में रखे मां के अन्य जेवर काे चुरा रहा था। उसे शक हुआ कि चोरी करते हुए मां ने देख लिया है। कही उसकी पाेल न खुल जाए इसलिए मैने पेचकस से कई बार वार करके मां को जमीन पर गिरा दिया। उसे लगा कि वो अभी जिंदा है तो उसने पास में रखे गैस सिलेंडर से मां पर दो तीन बार वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। मैं घबराकर अपने बैग में घर से निकाले हुए गहने और पेचकस रखकर मोटर साइकिल से भाग गया। भागते वक्त अपने बचाव में अपने पिता, मामा और दोस्त अरुण को फोन कर झूठी कहानी बनायी कि दो तीन लोग मम्मी को घर में मारपीट रहे हैं। मेरे पीछे भी पड़े हैं और मैं अपनी जान बचाकर भाग रहा हूं। फिर मैने अपना मोबाइल बंद कर लिया था।
पुलिस उपायुक्त दक्षिण निपुण अग्रवाल ने बताया कि बेटे निखिल ने ही अपनी मां की पेचकस और सिलेंडर मारकर हत्या की है। आरोपित ने अपना गुनाह स्वीकार लिया है। आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।
