प्रतापगढ़, 14 सितंबर । उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र में विकास पटेल हत्याकांड मामले में रविवार को पुलिस ने दो इनामी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों मुख्य व सह आरोपितों पर पुलिस ने पच्चीस—पच्चीस हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। हालांकि हत्याकांड से जुड़े अन्य तीन आरोपितों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि कोतवाली देहात क्षेत्र के नमक शायर गांव में विकास पटेल नाम के युवक का शव कुएं में मिला था। प्रेम प्रसंग में युवक की हत्या की गई थी जिसमें से तीन आरोपितों को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था जबकि मुख्य आरोपित कुलदीप वनवासी पुत्र नन्हेलाल और उसका सहयोगी पुनीत पुत्र विनोद कुमार उर्फ कल्लू पुलिस की पकड़ से बाहर था। यह दोनों नमक शायर गांव के ही रहने वाले हैं। रविवार को पुलिस टीम ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की और इन दोनों पर पूर्व में पच्चीस—पच्चीस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक विजयकान्त सत्यार्थी, उप निरीक्षक अभिषेक वर्मा,उप निरीक्षक जयकिशन, कांस्टेबल विश्वदीप, दीपक राजपूत, आशुतोष तिवारी, किशन यादव, कुशाल सिंह, चालक विशाल चौधरी,निरीक्षक प्रमोद कुमार सहित पुलिस कर्मी शामिल रहे।
भांजी को छेड़ता था विकास पटेल
गिरफ्तार पुनीत ने बताया कि विकास पटेल जिसको हम लोगों ने मार दिया है वह मेरी भांजी को छेड़ता व परेशान करता था। मोबाइल में मेरी भांजी की फोटो खींच लिया था। मेरे भांजे नितिन जो बैंगलोर में रहता है ने फोन करके कहा कि मामा आज विकास पटेल का काम लगा दो। बहन को बहुत परेशान करता है। नितिन ने निसार को भी फोन करके बताया कि विकास पटेल मेरी बहन को छेड़ता और परेशान करता है, फोटो खींच लिया है। वह फोटो डिलीट करवा दो और आज उसका काम लगा दो। इसके बाद हम लोग घर आये। वहां पर बाके लाल उर्फ रमेश, विकास सरोज मोटर साइकिल से जमुआरी आये और निसार को बैठा कर बाग में गये। कुलदीप ने बताया कि मैं, पुनीत, विकास पटेल को उसके गांव से लेकर मोटर साइकिल पर बैठाकर बाग में आये। हम सभी लोग पैदल सुषमा गैस एजेन्सी से होते हुए उसके पीछे बने कुएं पर आये। साथ में अमन गौतम घाटमपुर का भी था। इसके बाद कुएं से पहले सभी लोग इकट्ठा हुए। वहां हम लोगों ने विकास पटेल के साथ मारपीट किया। सफेद गमछे से उसके गले में लपेट कर दबाया, जब वह मरणासन्न हो गया था तो हम सभी लोगो ने उसे उठाकर कुंए में फेंक दिया। साथ में उसके मोबाइल भी उसी के साथ कुंए में गिर गया था। इसके बाद हम सभी लोग इधर उधर भाग गये थे।
